Thursday 26 February 2015

कल की चिंता
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पत्तों को देख रही हूँ झड़ते हुए
मौसम का बदलाव है
नये पत्ते आयेंगे कल
पेड़ यही रहेगा
जडो़ं के आसपास कुछ दीमक आ गये हैं
चिंता बस इसी बात की है ।

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