Wednesday 18 November 2015

अपनों जैसा प्यार मिले तो सचमुच अच्छा लगता है
इक सच्चा संसार मिले तो सचमुच अच्छा लगता है 
आह्लादित आधार मिले तो सचमुच अच्छा लगता है 
घर जैसा व्यवहार मिले तो सचमुच अच्छा लगता है 
-----कमला सिंह 'ज़ीनत'

No comments:

Post a Comment