Thursday, 22 May 2014

खास टाइप के चैटूओं के लिये
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न लिखते हो न पढते हो
फकत बातें बनाते हो
फकत किस्से सुनाते हो
फकत इज़हारे माशूकी
फकत बे-बात की बातें 
फकत फिल्मी लबो लहजा
फकत आवारगी शामिल
फकत बेहुदगी शामिल
फकत छिछोरा पन शामिल
फकत डिस्टर्ब रहते हो
फकत डिस्टर्ब करते हो
हवाओं में हवा होकर फकत बातें बनाते हो
ज़हन बीमार है तेरा यहीं खुजली मिटाते हो
न लिखते हो न पढते हो
फकत बातें बनाते हो

-----कमला सिंह "जीनत"

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