यादें तो बस यादें हैं
भूली बिसरी बातें हैं
जिंदगी के कुछ वादें हैं
जो किस्मत ने बांटे हैं।
पन्ना जो पलटा यादों का
मंजर ही था चाहे खवाबों का
दब गए वक़्त के पासों में
कुछ जीते रहे मेरी सांसों में।
जो भी था बड़ा ही प्यारा था
चाहे वो ख्वाब ही सारा था
जीतें है हम बीतें यादों में
शामों-सहर वो हमारा था।
यादें तो बस यादें हैं
भूली बिसरी बातें हैं।।।
--------------------कमला सिंह
yaden tho bas yaden hain
bhuli bisri baaten hain
zindgi ke kuch vaden hai
jo kismat ne baaten hai .
panna jo pltaa yadon ka
manjar hi tha chahe khwabon kaa
dab gaye waqt ke pason me
kuch jite rahe meri sanson me
jo bhi tha bada hi pyara tha
chahe vo khwab hi sara tha
jite hai hum bite yadon me
shamon sahar vo humara tha
yaden tho bas yaden hai
bhuli bisri baten hai
-------------------------kamla singh
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति, सुंदर ब्लॉग पर सुंदर प्रस्तुति.
ReplyDeletebahut bahut bahut aabhar
Deleteआपकी यह रचना कल शनिवार (22 -06-2013) को ब्लॉग प्रसारण पर लिंक की गई है कृपया पधारें.
ReplyDeleteअति सुंदर ....!!
ReplyDeleteजादू कर देती हैं आप अपनी कलम से...
वाह वाह एक एक लफ्ज़ दिल को छू गया.!!
shukriya SUKHPALJI, NAW3AJISH
Deleteयादें है आखिर. याद आ ही जाते हैं. सुन्दर रचना.
ReplyDeleteSHUKRIYA nihar ranjan ji , aabhar
Deleteहर शब्द में गहराई, बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति ।
ReplyDeletetahe dil se aabhar ,,, Sanjay ji sadar vande
Deleteबहुत अच्छी यादें! अच्छा लगा यहाँ आपकी रचनाओं को पढ़कर!
ReplyDeletebahut shukriya Prabhat ji
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