याद रखना बेवजह उस याद को फितरत नहीं
जिससे मेरी कोई भी हर हाल में निस्बत नहीं
दिल को समझाती रही वह भूल जाए सारी बात
और यह इक दिल है कि इस बात पे सहमत नहीं
Kamla Singh 'zeenat'
जिससे मेरी कोई भी हर हाल में निस्बत नहीं
दिल को समझाती रही वह भूल जाए सारी बात
और यह इक दिल है कि इस बात पे सहमत नहीं
Kamla Singh 'zeenat'
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