Tuesday, 8 July 2014

मुझे ग़म का गुजारा दे गया वो
बहुत ही दर्द प्यारा दे गया वो
वह मुझको चाँद देना चाहता था
न जाने क्यूँ सितारा दे गया वो

कमला सिंह 'ज़ीनत'

2 comments:

  1. अच्‍छा लगा आपके ब्‍लॉग पर आकर....आपकी रचनाएं पढकर और आपकी भवनाओं से जुडकर....

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