दिल के जज़्बात
Thursday, 10 April 2014
मेरा नजरिया
----------------------
क्यूँ मज़हबों की बात करते हो
क्यूँ फासला दिन रात करते हो
करो शुक्रिया उस उपरवाले का
क्यूँ नफरतों की बरसात करते हो
-------कमला सिंह 'ज़ीनत'
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment