Thursday, 10 April 2014

प्रेम की भाषा प्रेम होनी चाहिए 
न हिन्दू न मुसलमान होना चाहिए 
धङकता है दिल एक सा जिस्म में 
प्यार अपना ईमान होना चाहिए 
---------कमला सिंह "ज़ीनत "

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