एक दिन पूछा हसरतों से मैंने
तू ख्वाबों में आता क्यों है
आकर सताता क्यों है
रुलाता क्यों है हसाता क्यों है
और आता है तो जाता क्यों है
गरीबो को तोड़ता है और
अमीरों को जोड़ता क्यों है
दिलों में आस जगाता क्यों है
पाने का भ्रम दिखाता क्यों है
मरीचिका में घुमाता क्यों है
प्यास को बढाता क्यों है
सबको बेवकूफ बनाता क्यों है
जिंदगी को मुझ से मिलाता क्यों है
मिलता है तो मुझसे चुराता क्यों है
-------------------------कमला सिंह जीनत
01/08/13
01/08/13
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