पल-पल जीने मरने की उम्मीद में बेकरार है ये सारा संसार
कर लो कुछ भी इख्तियार,मुकरर है तारीख हम सबकी यार
-------------------------------------------कमला सिंह ज़ीनत
११/०८/१३
pal-pal jine marne ki ummid me bekrar hai ye sara sansaar
kar lo kuchh bhi ikhtiyaar,mukarar hai tarikh ham sabki yaar
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