तेरे नाम का हर एक हर्फ लहू से सींचा है मैंने
तू चाहे तो सच हो जाये वर्ना है ये एक सपना
----------------------------------------कमला सिंह 'ज़ीनत'
tere naam ka har ek harf lahu se sinchaa hai main ne
tu chaahe to sach ho jaaye warna ye ek sapna hai
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