सांसों की हरेक लय पे गूंजता है तरन्नुम खुदा का
ये सांसों की डोर टूट भी जाये तो टूटे न बंदगी मेरी
---------------------------------------कमला सिंह जीनत
sanson ki hrek lay pe gunjta hai tarnnum khuda ka
ye sanso ki dor tut bhi jaye to tute na bandgi meri
-------------------------------------------------kamla singh zeenat
02/08/13
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