हमेशा तुमने ठुकराया है मुझे
अपनी नज़रों से गिराया है मुझे
ज़ख्म देकर मुझे हज़ारों बार
किस तरीके से बहलाया है मुझे
--------------------कमला सिंह जीनत
06/08/13
hamesha tumne thukraya hai mujhe
apni nazron se giraya hai mujhe
zakhm dekar mujhe hazaaron baar
kis tareeqe se bahlaaya hai mujhe
-------------------------kamla singh zeenat
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