दिल के जज़्बात
Sunday, 28 June 2015
एक मतला एक शेर
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हाँ उसी साये का पहरा होगा
जो हकीकत में फरिश्ता होगा
आ के महकेगा कभी खुश्बू सा
और मेरी रूह से लिपटा होगा
कमला सिंह 'ज़ीनत'
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