दिल के जज़्बात
Saturday, 6 June 2015
तेरी यादों की गर्मी से
होशो हवास के पसीने छूट जाते हैं
तेरे होने की तपन से
रेश्मी एहसास का रूमाल भीग जाता है
कमला सिंह 'ज़ीनत'
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