पेट की आग में जलती है दुनिया,
एक रोटी के लिए भी मरती है दुनिया.
दौलत (रोटी)ये अनमोल है,
इसका ना कोई मोल है.
रंग ये क्या क्या दिखती है,
मौत को भी गले लगाती है.
इस रोटी का कोई जोड़ नहीं,
जीवन में इसका कोई तोड़ नहीं..
.......................कमला सिंह
pet ki aag me jalti hai duniya
ek roti ke liye bhi marti hai duniya
daulat (roti) ye anmol hai
iska na koi mol hai
rang ye kya kya dikhti hai
maut ko bhi gale lagati hai
is roti ka koi jod nahi
jivan me iska tod nahi
............................kamla singh
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