Monday, 17 June 2013

रोटी

पेट की आग में जलती है दुनिया, 
एक रोटी के लिए भी मरती है दुनिया. 

दौलत (रोटी)ये अनमोल है, 
इसका ना कोई मोल है. 

रंग ये क्या क्या दिखती है, 
मौत को भी गले लगाती है. 

इस रोटी का कोई जोड़ नहीं,
जीवन में इसका कोई तोड़ नहीं.. 
.......................कमला सिंह 

pet ki aag me jalti hai duniya 
ek roti ke liye bhi marti hai duniya 

daulat (roti) ye anmol hai 
iska na koi mol hai 

rang ye kya kya dikhti hai
maut ko bhi gale lagati hai 

is roti ka koi jod nahi 
jivan me iska tod nahi 
............................kamla singh 

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