चीथड़े जिस्म के कपड़े पर
पेबंद लगातें हैं जख्मों का
धागा होता है हसरतों का
सिलतें है उल्फत के रस्मों से।
......................कमला सिंह
chithde jism ke kapde par
peband lagaate hai jkhamon ke
dhaga hota hai hasrton ka
silten hai ulfat ke rasmon se .
-------------------------kamla singh
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