आजुर्दा दिल की उन्सियत बढ गयी इस कदर
भूल बैठी मैं हद्देजुनुन इश्क में शामों सहर ....
---------------------------------------कमला सिंह
aajurdaa dil ki unsiyat bad gayi is kadar
bhul baithi main haddejunune ishq me shamon sahar ...
---------------------------------------kamla singh
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