Sunday, 3 August 2014

कुछ तजुर्बे हों हासिल हुकमरानी करने को
होसला भी पर में हो आसमानी करने को
काफी एक चिंगारी सब वीरानी करने को
एक मछली काफी है ज़हर पानी करने को
----कमला सिंह 'ज़ीनत'

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