इनकार है मुझे तेरे प्यार से
तू फिर क्यू इकरार करता है
नहीं हूँ मैं जिंदगी तेरी
फिर भी तू क्यू मुझ से प्यार करता है।।
कह दिया इक बार मैंने
फिर भी तू बेक़रार रहता है
हूँ किसी और की अमानत
फिर क्यों हसरते सौ बार करता है।।
इनकार है मुझे तेरे प्यार से
तू फिर क्यू इकरार करता है।।
........कमला सिंह ........
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