तुम्हारे ख्यालो की दुनिया में बसेरा है मेरा
तुझे हर वक़्त इंतजार भी रहता है मेरा .
क्यूँ ढूंढता है गली गली ,शहर शहर ,
वीराने में अक्सर ठिकाना है मेरा।
मत भूल ये भूल -भुलैया है इश्क की
मिलेगा न कोई राह मंजिल को तेरी।
आराम से बैठ आशियाने में अपने
जहाँ खुशियों का खज़ाना है तेरा ।।
............कमला सिंह .............
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