Saturday, 4 May 2013

जिंदगी...

आज जिंदगी से मुलाकात हो गई
बातो ही बातो में दिल की बात हो गयी। 


दिल चाहता है, चूम लू उसे जाकर
इन बंद पलकों से आकर। 
समा जाऊ बाहों में उसके जाकर  
बिखर जाऊ मै बस लहराकर। 

चाहता तो वो भी है,पर बताता नहीं 
सुनता है पर सुनाता नहीं,
रूठता है पर मनाता नहीं, 
आदत है ऐसी पर बोलता नहीं।

प्यार करता है है पर जताता नहीं 
बड़ा मासूम दिलवर है मेरा ये 
जानता नहीं .....
आज ज़िंदगी से मुलाकात हो गयी, 
बातो ही बातो में दिल की बात हो गई।  
......कमला सिंह .......

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