दिल के जज़्बात
Monday, 3 August 2015
दोराहे से चौराहे तक चेहरा ही बस चेहरा है
दीवारों से दरवाज़े तक इक उसका ही पहरा है
-----कमला सिंह 'ज़ीनत'
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment