Monday, 30 June 2014

दर्द

उफ़ ये दरिंदगी इंसान की
क्रूरता है इनमें हैवान की
विभत्स है रूप इनका ऐ खुदा
आत्मा भी है इनमें शैतान की
---कमला सिंह "ज़ीनत "

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