ख़ुशबू में बसा होगा गुलाबों में मिलेगा
आँखों में तलाशोगी तो ख़्वाबों में मिलेगा
आँखों में तलाशोगी तो ख़्वाबों में मिलेगा
'ज़ीनत' जो हज़ारों ही सवालात जगा दे
ढूँढोगी उसे जब भी जवाबों में मिलेगा
ढूँढोगी उसे जब भी जवाबों में मिलेगा
__________कमला सिंह 'ज़ीनत'
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