दिल के जज़्बात
Tuesday, 1 October 2013
तेरे होने से महफ़िल में करार आता है ज़ीनत
वरना महफ़िल में ए जाना में कौन ठहरेगा
----------------------kamla singh zinat
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment