Thursday, 19 September 2013

उसकी याद की चिड़िया वाह कितनी प्यारी है 
फ़िक्र की दुलहन अक्सर ज़ेहन ने उतारी है
वो घमंड का पुतला, सब्र की मैं शहजादी 
बात है फ़क़त इतनी और जंग जारी है
--------------------------कमला सिंह ज़ीनत   

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