वक़्त की कोख से जन्मा था इश्क भी 'ज़ीनत'
पलकर मुझमें जवां हो गया वह भी शायद
----------------------कमला सिंह ज़ीनत
waqt ki kokh se janmaa thaa ishq bhi 'zeenat'
palakar mujhme jawaan ho gayaa shaayad
---------------------------kamla singh zinat
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