कशमकश सी है जिंदगी जीना मुहाल है
जी रही हूँ ऐसे के जिसमे ना सुर ना ताल है
अजीब सी घुटन है यहाँ,अजीब हाल है
ए जिंदगी देखो यहाँ कितने बेहाल हैं
सोचा है जब भी तुम्हे, तू बेमिसाल है
जाना करीब आकर ये एक मायाजाल है
इतेफाक है मोहबत या फिर मलाल है
देखा तो जिंदगी का मय्यत सा हाल है
नाम है जिसका मुहब्बत हाल या बेहाल है
क्या कहूँ ऐ जिंदगी सब तेरा कमाल है
---------------------------कमला सिंह ज़ीनत
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