तसव्वुर में अक्सर वो झाँका करते है मेरे,
जेहन में बसा करते हैं हर लम्हें में मेरे,
चाहती हूँ, दूर हो जाऊ कुछ पल उनकी यादों से,
जुदा हो नही पाती मैं ख्यालों में लिपटी ज़ज्बातों से।।
----------------------------------कमला सिंह 'जीनत'
tasawwur me aksar vo jhanka karte hain mere
jehan me basa karte hai ,har lamhe me mere
chahti hun dur ho jaun kuch pal unki yadon se
juda ho nahi pati khyaalon me lipti zazzbaton se
---------------------------------------kamla singh 'Jeenat'
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