बात बात पर बात निकल गयी वरना जीनत बोलती क्यों
जब परवाज नहीं करना है अपने पर को तोलती क्यों
--------------------------------------कमला सिंह ज़ीनत
baat baat pe baat nikalgayee warna zeenat bolti kyun
jab parwaaz nahi karna hai apne par ko tolti kyun
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