Friday, 26 July 2013

शबे - फुर्सत में अक्सर तन्हाईयाँ नसीब होती हैं 
फिर सोचता है दिल 'जीनत' कौन मेरे करीब होता हैं. 
-------------------------------------------कमला सिंह 'जीनत' 
shabe-fursat me aksar tanhayiyaan naseeb hoti hain 
fir sochta hai dil 'zeenat' kaun mere kareeb hota hain 
-----------------------------------------------kamla singh 'zeenat'

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